अब कहाँ दूसरों के दुख
से दुखी होने वाले
- निदा फाज़ली
1. बढ़ती हुई आबादी का पर्यावरण पर क्या
प्रभाव पड़ा?
उत्तर – बढ़ती हुई आबादी का पर्यावरण पर सबसे ज़्यादा प्रभाव पड़ा है क्योंकि बढ़ती आबादी
के आवास की समस्या से निपटने के लिए मानव ने समुद्र के रेतीले तटों पर बस्ती बसाकर
उसकी लहरों तक को सीमित कर दिया है। आसपास के जंगल काट-काटकर नष्ट करके पेड़ो को
रास्तों से हटा दिया। परिणामस्वरूप पर्यावरण असंतुलित हो गया जिस कारण प्राकृतिक
आपदाएँ भूकंप, बाढ़, तूफान, गर्मी, तेज़ वर्षा आदि दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही
हैं। तथा इनके कारण लोगों को कई बीमारियाँ हो रही हैं।
2. समुद्र के गुस्से की क्या
वजह थी?
उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला?
उत्तर - समुद्र का लगातार सिमटना ही उसके गुस्से की वजह थी। कई वर्षों से बड़े-बड़े
बिल्डर समुद्र को पीछे धकेलकर उसकी जमीन पर कब्ज़ा कर रहे थे और बेचारा समुद्र
लगातार अपना स्वरुप छोटा बनाते हुए सिमटता चला जा रहा था। (लेखक मानुषी का रूपक
बना यह बात समझता है कि पहले समुद्र ने अपनी टाँगों को समेटा, फिर उकड़ू बैठ गया फिर वह खड़ा हो गया। पर जब खड़े होने कि भी जगह न बची तो उसको
गुस्सा आ गया।) अतः जब उसे गुस्सा आया तो उसने गुस्से में अपनी लहरों पर दौड़ते तीन जहाज़ों
को उठाकर तीन दिशाओं में फेंक दिया। एक वर्ली समुद्र किनारे, दूसरा बांद्रा में कार्टर रोड़ के सामने और तीसरा गेट-वे-ऑफ़ इंडिया पर गिरा।
3. मट्ठी से मट्टी मिले, खो के सभी निशान।
किसमें कितना कौन है, कैसे हो पहचान॥
इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि सभी प्राणियों का निर्माण
मिट्टी से हुआ है। और अंत में इसी मिट्टी में हमें मिल जाना है अर्थात मनुष्य और
अन्य जीव-जन्तु सभी समान हैं। उनमें भेदभाव करना उचित नहीं हैं। हमें मिलजुलकर
आपसी सौहार्द से रहना चाहिए।
(ग) निम्नलिखित के आशय सपष्ट कीजिए -
1. नेचर की सहनशक्ति की एक सीमा होती है। नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ साल पहले बंबई में देखने को मिला था।
उत्तर - उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि अति सर्वत्र वर्जयेत अर्थात किसी
भी चीज़ की अधिकता अच्छी नहीं होती क्योंकि सामने वाले की सहनशक्ति की अपनी एक सीमा
होती है फिर चाहे वह प्रकृति हो या इंसान। यदि उससे अधिकाधिक छेड़छाड़ की जाएगी तो
उसका खामियाज़ा भुगतना पड़ता है। जैसा कि कुछ वर्षों पूर्व हमें बंबई में समुद्र
द्वारा फेंके गए तीन जहाजों के जरिए देखने मिला था। जो दुबारा कभी समुद्र पर नहीं
चल पाये।
2. जो जितना बड़ा होता है उसे उतना ही कम गुस्सा आता है।
उत्तर - उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि महान लोगों में अपनी इन्द्रियों को काबू
करने की क्षमता होती है। वे क्षमाशील होते हैं वैसे भी महानता क्रोध करने और दंड
देने में न होकर क्षमा करने में होती है। शायद इसलिए जगत में कहावत बनी है छिमा
बदन को चाहिए छोटन को उत्पात।
3. इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिंदों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से
कुछ शहर छोड़कर चले गए हैं जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा डाल लिया
है।
उत्तर - उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि बढ़ते शहरीकरण ने पक्षियों से उनक घर छीन
लिए हैं इसलिए कुछ पक्षियों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं और जो अपने ठिकाने नहीं
बदल सके उन्होंने शहर की इमारतों पर यहाँ वहाँ अपना डेरा डाल लिया है।
4. शेख अयाज के पिता बोले, 'नहीं,
यह बात नहीं है। मैंने एक घरवाले को बेघर कर दिया है। उस
बेघर को कुएँ पर उसके घर छोड़ने जा रहा हूँ।' इन पंक्तियों में छिपी हुई उनकी भावना को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि इंसान हो या पशु-पक्षी सबका अपना
घर-परिवार होता है। हमें कोई हक़ नहीं बनता कि हम किसी को भी उसके घर से बेघर
करें। इसी बात का अहसास जब शेख अयाज को होता है तो वे तुरंत उस च्योंटे को उसके घर
छोड़ने चले जाते हैं।
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